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Meri Jeewan Gatha [My Life Story]
- Narrated by: Babla Kochhar
- Length: 7 hrs and 30 mins
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Publisher's Summary
For me travelling is like that constant feeling of retrospection and soul searching inside of me. For some reason, stories of people from faraway lands make my mind anxious and my brain go into a frenzy. It has been mentioned innumerable times that happiness cannot be found outside of you; it is inside of you - in one’s heart. Even then we go out in search of happiness - either through materialistic possessions or through someone else’s existence.
Everyone has a different meaning of happiness, and it is through these definitions that people mold their existence and life, to attain happiness. Maybe that is why travelling for research or research while travelling has become my guilty pleasure.
Listen o R. K. Narayan’s autobiography in Hindi.
Please note: This audiobook is in Hindi.
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Story
- vijay chawla
- 31-01-22
अनमोल जीवन की अनमोल सीख
आर. के. नारायण के बारे में मैंने पहले कुछ ख़ास नहीं पढ़ा था. मेरे लिए उनका परिचय उनके उपन्यास "गाइड" पर बनी फिल्म और दूरदर्शन पर प्रसारित "मालगुडी डेज" सीरियल तक सीमित था. उनकी आत्मकथा सुनने से उनका जो जीवन चरित्र मेरे मन-मस्तिष्क पर अंकित हुआ, उससे मैं बिलकुल अनभिज्ञ था. अत्यधिक अनुकूल परिस्थितियों में उनकी अनवरत लेखन साधना प्रेरणादायक है. पत्रकारिता और साहित्य लेखन को जीविका का साधन बनाने के लिए उन्होंने बहुत संघर्ष किया. कई बार मेहनत से लेखन करने के बाद भी उन्हें मेहनताना नहीं मिला. यह जान कर बेहद अफ़सोस हुआ कि देव आनंद द्वारा नारायण के उपन्यास "गाइड" पर निर्मित फिल्म से भी नारायण को कोई आय नहीं हुई. व्यक्तिगत जीवन की पीढ़ा अलग थी. मसलन उन्होंने मात्र 5 वर्ष के वैवाहिक जीवन के बाद पत्नी राजम को खो दिया जिसे वे बेहद चाहते थे. राजम के निधन के बाद उन्होंने दूसरा विवाह नहीं किया और अपनी बहन की मदद से अपनी बेटी का लालन-पालन किया. नारायण की आत्मकथा से अंग्रेजों के भारत और उस समय के समाज के बारे में भी मूल्यवान जानकारी मिलती है. नारायण का जीवन-चरित्र एक आम व्यक्ति की ज़िन्दगी के उतार-चढ़ाव का उम्दा बयाँ है.
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