एक तरफ़ बड़ी उम्र की अनब्याही लड़की तो दूसरी तरफ़ विधुर हुआ जीजा. ऐसे में परिवार की अपेक्षाओं का कैसे उत्तर देती है लड़की, सुनिए ‘कोहरे के पार’ में।
स्मिता कर्नाटक कविताएँ, कहानियाँ और विविध संस्मरण लिखती हैं, लोक कथाओं सहित अन्य कहानियों के हिंदी / अंग्रेज़ी अनुवाद में उनकी विशेष दिलचस्पी है. वॉयस ओवर आर्टिस्ट के तौर पर वे जाने माने लेखकों की कविताओं और कहानियों को अपनी आवाज़ दे चुकी हैं.
आनंद उठाइए इस कहानी का स्मिता कर्नाटक की आवाज़ में।