गोविंद सिंह की अनोखी कला और उसका हुनर उसके उपहारों में झलकता था। उसे इन्हें बनाकर बेहद ख़ुशी मिलती थी। पर ऐसा क्या हुआ की यह कला ही उसके लिए मुसीबत बन गयी? सुनिए R K नारायण की ख़ूबसूरत कहानी। Support PKJ by making a contribution here: https://rzp.io/l/supportpkj