गुरु पूर्णिमा के अवसर पर, आइए सुनते हैं नारद मुनि की कहानी और कैसे भगवान शिव उनके गुरु बने। यह कहानी हमें बताती है कि हमारे जीवन में गुरु का क्या महत्व है। यह कहानी अमर व्यास द्वारा सुनाई गई थी और नारद पंचरात्र पाठ से ली गई है। इस कहानी के कुछ हिस्सों को गाथास्टोरी द्वारा भाषा और संदर्भ के लिए संपादित किया गया है। यह कहानी अमर व्यास ने सुनाई है
यह एपिसोड हमारे आने वाले भारत की पुराण कथाएँ पॉडकास्ट से प्रकाशित हुआ है। इस पॉडकास्ट के सभी एपिसोड अंग्रेजी, हिंदी और मराठी में सुने जा सकते हैं।
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