श्री राम नवमी - (हरिगीतिका छंद)
श्री राम नवमी पर्व पावन, राम मंदिर में मना।
संसार पूरा राममय है, राम से सब कुछ बना॥
संतों महंतों की हुई है, सत्य सार्थक साधना।
स्त्री-पुरुष बच्चे-बड़े सब, मिल करें आराधना॥
नीरज नयन कोदंड कर शर, सूर्य का टीका लगा।
मस्तक मुकुट स्वर्णिम सुशोभित, भाग्य भारत का जगा॥
आदर्श का आधार हो तुम, धैर्य का तुम श्रोत हो।
चिर काल तक जलती रहेगी, धर्म की वह ज्योत हो॥
तन मन वचन सब कुछ समर्पित, जाप हर पल नाम का।
अब राम ही अपना सहारा, आसरा बस राम का॥
श्रद्धा सहित समर्पित
सुर - डॉ सुभाष रस्तोगी
गीतकार - विवेक अग्रवाल "अवि"
मूल संगीत - उषा मंगेशकर
संयोजन - अमोल माटेगांवकर
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